E Business In Hindi : जी हाँ ! आज का यह topic खासतौर पर उन लोगों के लिए काफी important और valuable होने वाला है, जिनका कोई business है या फिर भविष्य में बिज़नेस शुरू करना चाहते हैं। आज internet और technology का दौर है, जहां लोग अपना ज्यादा समय online activities जैसे – social media (Facebook, Whatsapp, Instagram), youtube, google, online games आदि platforms पर देते हैं।
तो ऐसे में हमें अपने offline business को online business की दुनिया में लाना होगा। नहीं तो आप अपने business में कभी-भी सफल और कामयाब नहीं हो पाओगे, बल्कि जो भी पहले कुछ पैसे कमा रहे होगे, उससे से भी हाथ धो सकते हो। समय और परिस्थितियों के साथ हमें अपने business करने के तरीके भी बदलने होंगे।
आज हर चीज internet से अछूता नहीं है और दिन-प्रतिदिन इसकी रफ़्तार में इजाफ़ा हो रहा है। तो ऐसे में यह हमारे लिए सुनहरा अवसर हो सकता है अपने business को expand और grow कराने के लिए। दुनिया की बड़े-बड़े brands जैसे – Byju’s, Inmobi, OYO, Dream 11, Swiggy, OLA, Razorpay आदि अपना ज्यादा investment (निवेश) online business grow कराने और expand कराने में करती हैं। इससे आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं कि इसमें कितना potential है, तभी तो दुनिया के बड़े-बड़े brands & startups इसमें काफी जोर देते हैं।
तो अगर आप हमारे इस बात को लेकर सहमत हैं और जानना चाहते हैं कि ई-बिज़नेस क्या है (What Is E Business In Hindi) तो आप इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़े, जिसमे आप यह भी जानेंगे ई-बिज़नेस शुरू कैसे करें और इसके फायदे और नुकसान क्या है तथा ई-बिज़नेस कितने प्रकार के होते हैं एवं भारत में ई-बिज़नेस का क्या भविष्य (scope) है – पूरी जानकारी हिंदी में।
ई-बिज़नेस क्या है ? (What Is E Business In Hindi)
ई-बिज़नेस दरअसल internet और technolgy के माध्यम से किया जाने वाला online business है, जिसके जरिये कोई person, company, startups, brands अपने product का distribution (वितरण), promotion, marketing, services आदि लोगों को online provide कराते हैं। E Business के माध्यम से हम एक जगह से ही दुनिया भर में अपने business को फैला (expand) सकते हैं। लेकिन ई-बिज़नेस के दौरान यह बात ध्यम में रखनी चाहिए कि आपका business model दूसरों से अलग यानी की unique होना चाहिए।
ई-बिज़नेस के फायदे (Benefits Of E Business)
ई-बिज़नेस शुरू कैसे करे ? यह जानने से पहले हमें इसके benefits यानि फायदे के बारे में पता होना चाहिए, ताकि हम अपने ई-बिज़नेस की सहायता से अपने business ideas में implement (लागू) कर सके। तो चलिए जानते हैं
- अगर आप अपना Business Offline न करके, Online करते हैं तो सबसे बड़ा फायदा है कि आप ज्यादा से ज्यादा लोगों तक अपना बिज़नेस पहुंचा सकते हो।
- Online Business में आपको ज्यादा Investment की जरुरत भी नहीं पड़ती और आपके पास पैसे नहीं है तो आप Free में भी Online Business Start कर सकते हैं।
- आप अपना Business दुनिया के किसी भी कोने में रहकर manage कर सकते हैं, आपको कहीं विशेष ऑफिस बनाने की कोई जरुरत नहीं है। बस, आपके पास अच्छा internet एवं Cellphone और Computer होना चाहिए, जिससे आप कहीं से भी Business Manage कर पाओगे।
- इसके साथ आप target लोगों तक भी अपना business कर सकते हैं एवं Online Business से Fast & Easy Way से Passive Income Source बना सकते हैं।
ई-बिज़नेस शुरू कैसे करे ? (How To Start E Business In Hindi)
अगर आपको अपने offline business के साथ-साथ online business की दुनिया में भी कदम रखना है तो आपको बड़े-बड़े brands, startups के तरीकों को follow करना पड़ेगा। आपको हर वो चीज अपनाना है, जो आपके बिज़नेस को फैला सके और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक अपने बिज़नेस को पहुंचा सके। तो आईये हम आपको बताते हैं कि ऐसे कौन-से तरीके हैं, जिनकी मदद से आप अपना online business start कर सकते हैं।
Blog/Website
अगर आपका कोई दुकान है तो आप उसे ऑनलाइन ले जाने के लिए खुद का blog या website शुरू कर सकते हैं। यहां आप अपने products & services को दुनिया भर के लोगों तक पहुंचा सकते हैं। यह सबसे आसान और अच्छा तरीका है अपने बिज़नेस को ऑनलाइन ले जाने के लिए।
Map
अगर आपका कोई दूकान है तो ऐसे में यह जरुरी हो जाता है कि लोग आपको ऑनलाइन ढूढ़ सके। इसके लिए आप अपने shop या दूकान की location को online map में add करें।
Ads
आपने इंटरनेट access करते समय ऐसे बहुत से online विज्ञापन देखे होंगे, जो अपने business को promote करने के लिए ads का इस्तेमाल करते हैं। यह सबसे आसान तरीका होता hai targeted audience तक पहुँचने का। इसकी सबसे खासियत यह है कि आप कम समय में दुनिया भर लोगों तक अपना business पहुँचाने का।
ई-बिज़नेस से ग्राहकों (Customers) को होने वाले फायदे
- कस्टमर को प्रोडक्ट खरीदने के लिए कहीं पर जाने की जरुरत नहीं है, घर बैठकर कोई भी प्रोडक्ट खरीद सकते हैं।
- किसी भी चीज को ठीक तरह से जांच-पड़ताल कर दूसरे प्रोडक्ट के साथ तुलना भी कर सकते हैं।
- दिन में 24 घंटे और सप्ताह के सातों दिन या रात हम कभी भी खरीदी कर सकते हैं।
- प्रोडक्ट के बारे में हम रिव्यु, कमेंट में बता सकते हैं, ताकि दूसरे को वो चीज ख़रीदते समय समझ में आये कि चीज के बारे में दूसरे लोगों की क्या राय है।
- बाजार में शॉपिंग के लिए कुछ गिने-चुने products ही मिलते हैं, लेकिन ई-बिज़नेस के जरिये online unlimited products मिलते हैं, latest से latest product को आपको मिलते हैं।
- ई-बिज़नेस से समय की बहुत बचत है।
ई-बिज़नेस के प्रकार
ई-कॉमर्स में भी बिज़नेस कई प्रकार के होते हैं, जैसे हर बिज़नेस कई प्रकार होते हैं। ई-कॉमर्स में हर तरह का बिज़नेस हो सकता है, ई-बिज़नेस को कम खर्च में पूरे देश या दुनिया में किया जा सकता है। ई-बिज़नेस या ई-कॉमर्स के प्रकार निम्न हैं –
Business To Business (B2B)
इस तरह के बिज़नेस में दो कंपनी एक दूसरे से Business (व्यापार) करती हैं। जैसे की एक कंपनी दूसरी कंपनी से Product खरीदती है। जैसे मान लीजिये कोई ई-बिज़नेस कंपनी प्रोडक्ट को खुद तो बनाती नहीं, वो भी किसी और कंपनी से ही उसे खरीदकर आपको बेचती है तो ये business to business में आएगा।
Business To Consumer (B2C)
इस तरह का बिज़नेस तो आप जानते ही होंगे, इसमें कंपनी और कस्टमर के बीच व्यापर होता है। जैसे आप जब किसी कंपनी से सामान खरीदते हैं तो आप कस्टमर हुए, इसमें हम लोग आते हैं।
Consumer To Consumer (C2C)
इस तरह का बिज़नेस थोड़ा अलग टाइप का होता है, क्योंकि इसमें एक उपभोक्ता दूसरे उपभोक्ता से माल को खरीदता है। जैसे आज कल बहुत सी कंपनी है, जैसे मान लीजिये A या B के पास जाकर हम कोई सामान देखते हैं और उसे खरीदने के लिए हम दूसरे उपभोक्ता से बात कर के डायरेक्ट उसे खरीदते हैं या बेचते हैं। इसमें दो लोग आपस में बिज़नेस करते हैं।
Consumer To Business (C2B)
इस मॉडल में, एक उपभोक्ता एक विशेष सेवा के लिए कई व्यावसायिक संगठन की वेबसाइट का एप्रोच (पास जाना) करता है व् अपनी अनुमानित राशि को वेबसाइट की सहायता से विशेष सेवा पर खर्च करना चाहता है। उदाहरण के लिए, विभिन्न बैंकों द्वारा वेबसाइट के माध्यम से प्रदान किये जाने वाले व्यक्तिगत ऋण / कार ऋण की ब्याज दरों की तुलना व्यवसाय संगठन जो निर्दिष्ट बजट के भीतर उपभोक्ता की आवश्यकताओं को पूरा करता है, वह ग्राहक तक पहुँचता है और अपनी सेवाएं प्रदान करता है।
Business To Government (B2G)
बी 2 जी (Business To Government) मॉडल, बी 2 बी (Business To Business) मॉडल का एक प्रकार है। ऐसी वेबसाइटें सरकार द्वारा विभिन्न व्यापर संगठनो के साथ व्यापर और विनिमय करने के लिए उपयोग की जाती है। ऐसी वेबसाइट्स को सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है और सरकार को आवेदन फॉर्म जमा करने के लिए एक माध्यम प्रदान करती है।
Government To Business (G2B)
व्यापर संगठनो से संपर्क करने के लिए सरकार बी 2 जी (Business To Government) मॉडल वेबसाइट का उपयोग करती हैं। ऐसी वेबसाइट्स नीलामियां, निविदाएं और आवेदन प्रस्तुत करने के कार्यों का समर्थन करती हैं।
Government To Citizen (G2C)
सरकार सामान्य तौर पर नागरिकों से संपर्क करने के लिए जी 2 सी (Government To Citizen) मॉडल वेबसाइट का उपयोग करती है। ऐसी वेबसाइट्स वाहनों, मशीनरी या किसी अन्य सामग्री की नीलामी का समर्थन करती है। ऐसी वेबसाइट में जन्म, विवाह या मृत्यु प्रमाण पत्र के पंजीकरण जैसी सेवाएं भी उपलब्ध हैं। जी 2 सी (Government To Citizen) वेबसाइट के मुख्य विभिन्न सरकारी सेवाओं के लिए लोगों के अनुरोधों को पूरा करने के लिए औसत समय को कम करना है।
ई-बिज़नेस के लाभ
ई-बिज़नेस या ई-कॉमर्स के लाभ निम्नानुसार हैं –
- तुरन्तता/तात्कालीनता – कोई भी दुकानों में नहीं जा रहा है या कतारों में इन्तजार कर रहा है।
- मूल्य – ऑनलाइन ख़रीदे गए सामान का मूल्य दुकान के मूल्य से सस्ता होता है।
- विकल्प – उपलब्ध माल की श्रेणी विशाल है और www.pricedekho.com जैसी साइट्स के साथ कई खुदरा विक्रेताओं से माल की तुलना करने देती है कि आप क्या चाहते हो, यह ढूढ़ना आसान है।
- 24 घंटे की उपलब्धता – दुकान कभी बंद नहीं होती है।
- गति – आप अपनी पसंद के हिसाब से तेज गति से ढूढ़ सकते हैं।
- वैश्विक बाजार – आप और विक्रेता दोनों किसी इलाके तक सीमित नहीं है।
- अंतर क्रियाशीलता – कीमतों, सुविधाओं आदि पर तुरंत प्रतिक्रिया प्राप्त होती है।
- कम कागजी कार्यवाई – हमेशा अच्छी बात है।
ई-बिज़नेस की चुनौतियाँ
ई-बिज़नेस में आने वाली कुछ चुनौतियाँ निम्नांकित है –
- अपने उद्योग, आपूर्तिकर्ताओं और उत्पादों के बारे में स्त्रोत जानकारी के लिए इंटरनेट तक पहुँच
- अपने भौतिक लेन-देन को इलेक्ट्रॉनिक लेन-देन में व्यवस्थित करना। उदाहरण के लिए ऑनलाइन बैंकिंग, वित्तीय प्रबंधन और स्टॉक नियंत्रण
- मानव संसाधन प्रबंधन, समाचार, नीतियों और स्टाफ प्रशासनिक कार्यों के लिए एक इंट्रानेट के विकास के माध्यम से
- ग्राहक सबंध प्रबंधन
- उपयुक्त परियोजना प्रबंधन सॉफ्टवेयर का उपयोग करना
ई-बिज़नेस और ई-कॉमर्स वेबसाइट की सूचि
एक रिर्पोट के अनुसार भारतीय ई-कॉमर्स मार्केट 2026 तक 200 बिलियन अमेरिकन डॉलर हो जाएगा। भारतीय ई वाणिज्य बाजार सकल माल मूल्य के मामले में 30% बढ़ेगा। पिछले कुछ सालों से ई-कॉमर्स वेबसाइट भारतीय लोगों की जरुरत बन गई है। लोग यहां पर आते हैं शॉपिंग करने के साथ-साथ कई ऑनलाइन काम भी करते हैं। तो आइए आपको बताते हैं कि भारत में टॉप 10 ई-कॉमर्स या ई-बिज़नेस वेबसाइट कौन-कौन सी हैं ?
Amazon
SimilarWeb की रिर्पोट के अनुसार सभी ई-कॉमर्स वेबसाइट को पीछे छोड़ते हुए अमेजन इंडिया भारत की सबसे ज्यादा पापुलर वेबसाइट है। भारत में फ्लिपकार्ट के छह साल के बाद, अमेजन ने 2013 में अपनी भारत की वेबसाइट launch की। पिछले 2 वर्षों में अमेजन वेबसाइट पर नए उत्पादों को लाने पर पूरी तरह ध्यान केंद्रित कर रहा है, इस कदम से उन्हें ग्राहकों को जोड़े रखने में मदद मिलती है।
इसके अलावा अमेजन की शानदार delivery service और high quality product की वजह से भी अमेजन को लोग काफी पसंद करने लगे हैं। तो वहीं अमेजन प्राइम वीडियो से समाज के एक और वर्ग को वेबसाइट ने खुद से जोड़ लिया है। 24 घंटे आप यहां पर अपना पसंदीदा वीडियो, फिल्म और भी कई सारी चीजें देख सकते हैं।
Flipkart
फ्लिपकार्ट एक स्टार्टअप का सही उदाहरण है, जो पिछले 10 वर्षों में हजार गुना बढ़ गया है। फ्लिपकार्ट की journey बहुत ही interesting है। यह छोटी ई-कॉमर्स वेबसाइट से शुरू हुई थी, जो किताबें बेच रही थी और वर्तमान में यह भारत की दूसरी सबसे बड़ी ई-कॉमर्स वेबसाइट है। हाल ही में फ्लिपकार्ट को 10 अरब डॉलर का वित्त पोषण प्राप्त हुआ है, जो कंपनी आपकी तकनीक को बढ़ाने के लिए उपयोग करेगी, डिलीवरी वेबसाइट पर नए उत्पाद लाएगी।
Paytm
पेटीएम तीसरी सबसे बड़ी ईकॉमर्स कंपनी, मोबाइल फोन से शुरू हुई पेटीएम की journey से मोबाइल की ऑनलाइन रिचार्ज जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं। 2 साल पहले पेटीएम ने ई-कॉमर्स प्लेटफार्म पेटीम मॉल लॉन्च करके ई-कॉमर्स इंडस्ट्री में प्रवेश किया है। पेटीएम मॉल से ग्राहक को ऐपरील्स, इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद, मोबाइल और टैबलेट्स खरीदने का अवसर है।
पेटीएम 1 जनवरी 2010 को स्थापित किया गया था और 7 साल के भीतर ई-कॉमर्स कंपनी बन गई है। वर्ष 2017 में पेटीएम ने सॉफ्टबैंक से 4.4 अरब अमेरिकी डॉलर का वित्त पोषण किया है। इस कदम के साथ सॉफ्टबैंक का प्रमुख शेयरधारक पेटीएम बन गया है और पेटीएम बोर्ड में भी सीट प्राप्त किया है।
Jabong
चौथी सबसे बड़ी ई-कॉमर्स वेबसाइट जबांग है। जबांग की स्थापना 2012 में की गई। आपको बता दें कि हाल ही फ्लिपकार्ट ने जबांग का अधिग्रहण भी किया था। जबांग और फ्लिपकार्ट के विलय के बाद भी जबांग अपनी वेबसाइट को अलग-अलग इकाई के रुप में चला रही है। जबांग की पूरी थीम शॉपिंग पर केंद्रित है।
Myntra
Myntra एक और प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी है, जो फैशन से संबंधित उत्पादों को बेचती है। यह वर्ष 2007 में मुकेश बंसल द्वारा स्थापित किया गया था। 2014 में फ्लिपकार्ट ने अपना व्यवसाय बढ़ाने के लिए माइन्त्रा को हासिल कर लिया था। अब फ्लिपकार्ट, माइन्त्रा और जबांग एक प्लेटफॉर्म पर काम कर रहे हैं और ई-कॉमर्स उद्योग के बाजार हिस्से पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं।
Zomato
जोमैटो एक और ई-कॉमर्स कंपनी है, जो पिछले कुछ सालों में अद्भुत वृद्धि हासिल कर चुकी है। जोमैटो एक platform है, जिसके माध्यम से आप ऑनलाइन भोजन का ऑर्डर कर सकते हैं। पार्टनर रेस्टोरेंट आपके द्वार पर भोजन को जोमैटो की ओर से वितरित करेगा। आरंभ में जोमैटो एक डिस्कवरी प्लेटफॉर्म के रूप में शुरू किया गया था, जो केवल रेस्टोरेंट के बारे में जानकारी प्रदान करता है और बाद में यह खाद्य वितरण व्यवसाय में प्रवेश किया।
हाल ही में जमैटो ने भारत में गोल्ड मेंबरशिप शुरू की है और जिसमें जोमैटो टीम ने दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू के प्रमुख रेस्तरां के साथ एग्रीमेंट स्थापित किया है। यदि आप जोमैटो गोल्ड सदस्य हैं, और आप जोमैटो से किसी रेस्टोरेंट से खाना मंगाते हैं तो आपको उसके साथ कोई न कोई खाने की चीज फ्री में मिलेगी।
Make My Trip
MakeMyTrip ई-कॉमर्स कंपनी का नेतृत्व कर रहा है, जो मूल रूप से हवाई टिकट, बस टिकट, छुट्टी पैकेज, ट्रेन टिकट बेचता है। MakeMyTrip वर्ष 2000 में शुरू हुआ। इसका गुड़गांव में मुख्य कार्यालय है। कंपनी दीप कालरा द्वारा स्थापित की गई थी, जो इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के मैन एलुमिना थे।
कंपनी NASDAQ में सूचीबद्ध है। हाल ही में मेकमाइट्रिप ने भारतीय यात्रा उद्योग में सबसे बड़ा खिलाड़ी बनने के लिए ibibo समूह का अधिग्रहण किया है। इसके अलावा कंपनी ने हॉलीडे आईक्यू, आईटीसी समूह, होटल ट्रैवल समूह और Mygola का अधिग्रहण किया है।
Swiggy
स्विगी जो एक फूड टेक ई-कॉमर्स प्लेयर है, ने पिछले 2 वर्षों में काफी वृद्धि हासिल की है। भोजन की डिलीवरी के वास्तविक समय पर नजर रखने के लिए स्विगी के बिजनेस का मुख्य आधार है। स्विगी की खुद की डिलीवरी सेटअप है। स्विगी भारत के सभी महानगरों में सेवाएं प्रदान कर रही है, जैसे दिल्ली, मुंबई, पुणे, बैंगलोर, हैदराबाद आदि। हाल में फंडिंग में स्विगी ने नेस्पेरस और मीटुआन से 100 मिलियन अमेरिकी डॉलर प्राप्त किए हैं।
Shopclues
शॉपक्लूज भी भारत की प्रमुख ई-कॉमर्स वेबसाइट में से एक है। यह संदीप और राधिका अग्रवाल द्वारा 2011 में शुरू किया गया था। शॉपक्लूज भारत भर में 30000 से अधिक पिन कोड पर उत्पाद वितरित करता है और शॉपक्ल्यूस मोबाइल एप से 60% व्यवसायिक उत्पादन करता है। 5 लाख से अधिक विक्रेता कंपनी के साथ जुड़े हुए हैं और वे 9 विभिन्न श्रेणियों में अपने उत्पादों को बेच रहे हैं, जिनमें मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, कंप्यूटर, कैमरा आदि शामिल हैं।
Book My Show
BookMyShow को भारत में शीर्ष 10 ई- कामर्स कंपनियों की सूची में 10 वीं स्थान पर रखा गया है। BookMyShow से आप मूवी टिकट, इंवेट आदि के टिकट खरीद सकते हैं। बुक माय शो की शुरुआत 1999 में हुई थी। फिल्म टिकट बुक करने में बुक माय शो अब तक सबसे आगे रह चुका है। आपको बता दें कि हाल ही में पेटीएम ने प्लेटफार्म पर टिकट बुकिंग की सुविधा जोड़ दी है।
दोनों ही कंपनियों के बीच टिकट बुकिंग को लेकर जबरजस्त प्रतियोगिता चल रही है। इस लड़ाई के साथ दोनों कंपनियां ऑनलाइन टिकट बुकिंग पर कुछ डिस्काउंट दे रही हैं और इसलिए ग्राहक को लाभ पहुंचा है। संयुक्त राज्य अमेरिका में कंपनी का मुख्यालय है और भारत में मुंबई में कार्यालय है।
भारत में ई-बिज़नेस/ई-कॉमर्स का भविष्य
आने वाले समय में technology और भी improve होगी, जिसके चलते न केवल भारत में अपितु पूरी दुनिया में ई-बिज़नेस यानी ई-कॉमर्स का भविष्य सुनहरा होने वाला है। वह दिन दूर नहीं होगा, जब हर वो छोटा business online दुनिया से अछूता नहीं रहेगा।
अंतिम राय – E Business In Hindi
उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल ई-बिज़नेस क्या है (What Is E Business In Hindi) पसंद आया होगा और आपको इससे काफी कुछ सीखने और जानने को मिला होगा। आपको यह आर्टिकल कैसा लगा कमेंट करके हमें जरूर बताएं। इसके साथ-साथ अगर आपको इस आर्टिकल को लेकर कोई सवाल है तो आप हमसे पूछ सकते हैं।